श्री श्री ने नोबेल शांति केंद्र में क्लीन एयर गेम्स कॉन्फ्रेंस में मुख्य भाषण किया | Gurudev Gives a Keynote for Clean Air Games Conference at Nobel Peace Center

जून 4, 2019

वैश्विक मानवतावादी एवम् आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर जी को एक अंतरराष्ट्रीय समारोह ” ए क्लीन एयर गेम्स – ए यूनीक सेकंड डे ” के अवसर पर मुख्य संबोधन देने के लिए आमंत्रित किया गया, जो पर्यावरण प्रभाव और खेलों में स्थायित्व को एक साथ लेकर आता है। इस समारोह का आयोजन नोबेल शांति केंद्र ,ओस्लो में विश्व पर्यावरण दिवस निकट आने के अवसर पर आयोजन किया गया।

श्री श्री को “ऑर्डर ऑफ सेंट जॉर्ज” पुरस्कार से सम्मानित किया गया | Gurudev Receives The ‘Order of St. George’ Award

मई 7, 2019

गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर को कोट्टयम (केरल, भारत) के प्राचीन 462 वर्ष पुराने सेंट जॉर्ज ऑर्थोडॉक्स चर्च के सर्वोत्तम पुरस्कार, “ऑर्डर ऑफ सेंट जॉर्ज” से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें चर्च के स्मरणीय भोज में दिया गया।

भारत में ड्रग्स की समस्या के विरुद्ध आर्ट ऑफ़ लिविंग के अभियान की प्रधानमंत्री मोदी ने की प्रशंसा | PM Modi Lauds The Art of Living’s Initiatives To Fight The Menace of Drugs In India

फरवरी 19, 2019

नशा (ड्रग) मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ में 60,000 विद्यार्थियों ने स्‍वयं उपस्थित हो कर एवं 12000 कॉलेजों के लगभग 1 करोड़ विद्यार्थियों ने वेबकास्‍ट के माध्‍यम से भाग लिया।

आर्ट ऑफ लिविंग के ड्रग फ्री इंडिया अभियान की शुरुआत | Launch of Art of Living’s Drug Free India Campaign

फरवरी 18, 2019

चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का मैदान सोमवार की हल्की बारिश से भीगी सुबह में “ना करूंगा ना करने दूंगा” (Will Not (Do Drugs) And Will Not Let Anyone Do It) के उद्घोष से गूंज उठा, जहां 25000 छात्र; नशा मुक्त भारत अभियान के शुरुआत का हिस्सा बने। यह अभियान नशामुक्ति की दिशा में आर्ट ऑफ लिविंग के अनेक उपक्रमों में से एक है।

‘एक एनजीओ द्वारा सघन नदी पुनत्र्थान का कार्य‘ लिम्का बुक आफ रिकाॅर्ड में दर्ज | Limca Book Of Records for ‘Most Extensive River Rejuvenation By Any NGO’

फरवरी 8, 2019

आर्ट आफ लिविंग ‘एक एनजीओ द्वारा सघन नदी पुनत्र्थान का कार्य‘ के माध्यम से लिम्का बुक आफ रिकाॅर्ड 2019 में दर्ज हुआ, जिसमें देश में जल संकट से गुजरते हुये क्षेत्र की 40 नदियां और उनके उपधाराओं के पुनत्र्थान कर के भूमिगत जलस्तर को उठाया और 5000 गांवों के लगभग 49.9 लाख लोगों को लाभान्वित किया।